मंगलवार, 1 नवंबर 2011

सब कुछ नया नया ............सब कुछ अलग

दोस्तों कई बार ऐसा होता है, कि आपके जीवन में अचानक कोई आता है और आपका जीवन बदल जाता है। इसी तरह से कुछ मेरे जीवन में भी कुछ इसी तरह से हो रहा है। हर सुबह का बड़ी बेसब्री से इंतज़ार रहता है ............ जिन्दगी में कुछ नयी उमंगें.................सपने..................अपने .......................घर ................घास...........पलास..........आस-पास .............हरियाली..........दिवाली .........................सब कुछ अच्छा लगने लगा है ।
वर्ष २०११ में बहुत सी सफलताएं मिली है।

2 टिप्‍पणियां:

ab apki baari hai, kuchh kahne ki ...

orchha gatha

बेतवा की जुबानी : ओरछा की कहानी (भाग-1)

एक रात को मैं मध्य प्रदेश की गंगा कही जाने वाली पावन नदी बेतवा के तट पर ग्रेनाइट की चट्टानों पर बैठा हुआ. बेतवा की लहरों के एक तरफ महान ब...