tag:blogger.com,1999:blog-4576633608964469350.post6917391480007926769..comments2024-03-20T21:50:33.756+05:30Comments on चंदन की महक: ओरछा महामिलन की अंतिम बेला के अविस्मरणीय क्षणमुकेश पाण्डेय चन्दनhttp://www.blogger.com/profile/06937888600381093736noreply@blogger.comBlogger51125tag:blogger.com,1999:blog-4576633608964469350.post-55120909698628266912017-05-25T17:32:42.883+05:302017-05-25T17:32:42.883+05:30उम्मीद करते है कि अगले बार के महामिलन में मैं भी...उम्मीद करते है कि अगले बार के महामिलन में मैं भी रहूँगा ............... [सबसे आखिरी में प्रश्न था , इस प्रश्न पत्र देने के बाद आप देंगे-----सभी ने इसका जवाब धन्यवाद लिखा , लेकिन मैंने ध से धमकी लिखा। (अब वर्दी वाला धन्यवाद तो देने से रहा ) खैर अब सब परीक्षा देने के बाद परिणाम का इंतजार करने लगे। ]Abhyanand Sinhahttps://www.blogger.com/profile/01204471317454601074noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4576633608964469350.post-21856169606579352322017-03-08T16:24:22.395+05:302017-03-08T16:24:22.395+05:30हर किसी से ...हर किसी का मिलन लिखा हुआ है ...अगली ...हर किसी से ...हर किसी का मिलन लिखा हुआ है ...अगली बार मैं भी होऊँगा बाबा ...अमन मल्लिक...amanvaishnavihttps://www.blogger.com/profile/04526620740401350882noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4576633608964469350.post-74367586550032921202017-02-21T09:53:32.634+05:302017-02-21T09:53:32.634+05:30यदा यदा ही ओरछा ... तब तब ये महामिलन की गूँज सुनाई...यदा यदा ही ओरछा ... तब तब ये महामिलन की गूँज सुनाई देगी , इसकी तुलना होगी ! इस महामिलन की बातें होंगी ! पांडेय जी , एक शानदार प्रयास रहा ये और मैं इसके लिए आप के साथ साथ उन सभी तक अपनी बधाई पहुँचाना चाहता हूँ जो इस प्रयास में शामिल हुए ! विशेष रूप से किशन जो को जो इतनी दूर से सिर्फ आप लोगों से मिलने आये !! आशा ये ये मिलन निरंतर बना रहे Yogi Saraswathttps://www.blogger.com/profile/17101659017154035233noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4576633608964469350.post-42049375064897517052017-02-19T18:08:01.444+05:302017-02-19T18:08:01.444+05:30जी । राजा राम जी जल्द ही ऐसा अवसर देंगे कि आप सब स...जी । राजा राम जी जल्द ही ऐसा अवसर देंगे कि आप सब से भेट हों ।Kapil Choudharyhttps://www.blogger.com/profile/08101533689102937817noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4576633608964469350.post-11632624804841831212017-02-17T22:28:17.358+05:302017-02-17T22:28:17.358+05:30पाहवा जी, मैं ही क्या कोई भी अकेला व्यक्ति इतने बड...पाहवा जी, मैं ही क्या कोई भी अकेला व्यक्ति इतने बड़े आयोजन को सफल नही बना सकता था । सब रामराजा और माँ बेतवा की कृपा थी ।मुकेश पाण्डेय चन्दनhttps://www.blogger.com/profile/06937888600381093736noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4576633608964469350.post-38770376411054105312017-02-17T22:07:32.664+05:302017-02-17T22:07:32.664+05:30आभार योगी जी !
असली मजा तो सबके साथ आता है !आभार योगी जी !<br />असली मजा तो सबके साथ आता है !मुकेश पाण्डेय चन्दनhttps://www.blogger.com/profile/06937888600381093736noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4576633608964469350.post-38141425355837881332017-02-17T22:03:34.990+05:302017-02-17T22:03:34.990+05:30Hi Mukesh ji
आपकी पोस्ट आज ही पढ़ी। देर से इसलिए त...Hi Mukesh ji<br /><br />आपकी पोस्ट आज ही पढ़ी। देर से इसलिए ताकि भागमभाग में सरसरी तौर पर ही आँखों के आगे से गुजर जाए ! यूँ भी यह इस श्रंखला की समापन क़िस्त थी तो जाहिर है कि इससे उम्मीदों का भी बहुत अधिक होना! फिर शुरू में ही 'मुसाफिरनामा'में अपने ऐतिहासिक कमेंट से ओम भाई ने भी इसके प्रति उत्कंठा को नए आयाम दे दिए।<br />ऊपर के सभी कमेंट्स पढ़ कर आया हूँ, सो यकीन जानिए कि आपने इस छोटे से समय में ही सभी का जो सम्मान और विश्वास कमाया है, उसे देखते हुए मेरा अब कुछ भी कहना बेमानी सा ही लग रहा है! <br /><br />एक शानदार और सफल आयोजन के कुशलतापूर्वक समापन के पश्चात उसकी यादों को संजोते हुए लिखी जा रही पोस्ट का भी समापन करना, निश्चित ही भावुकता से भरा हुआ पल रहा होगा आपके लिए ! आपने दोनों जिम्मेवारियाँ बखूबी निभाई है, जिसके लिए आपको बहुत बहुत बधाई ��<br />मेरे जैसे तमाम अन्य लोग जो इस मिलन के शारीरिक रूप से साक्षी नही थे, उन्होंव भी आपके द्वारा लिखे गए सजीव लेखन के द्वारा वहाँ की ऊर्जा और प्रेम को महसूस किया !<br /><br />एक बार पुनः बधाई और धन्यवाद इसे इतनी शीघ्र सभी तक पहुँचाने के लिए ����Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/00481725563739075203noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4576633608964469350.post-69964961657111389162017-02-14T12:15:46.178+05:302017-02-14T12:15:46.178+05:30अब विनोद भाई का चेहरा देखने लायक था और पूरे ग्रुप ...अब विनोद भाई का चेहरा देखने लायक था और पूरे ग्रुप ने ठहाको से जंगल गुंजा दिया। कौशिक जी बोले - मैंने घरवालों को गुजरात जाने का कहा था, घरवाली को नही। विनोद भाई बड़ी ही मासूमियत से बोले - ये वाले एडमिन पूरी बात नही बताते। तो हाजिर जवाब कौशिक जी ने कहा - ऐसे ही थोड़े किसी को एडमिन बना देते है। जबरदस्त आनंद उठाया आप लोगों ने ! आपको जानबूझकर होशियार वालों की श्रेणी में रखा होगा ! होशियार जो हैं आप Yogi Saraswathttps://www.blogger.com/profile/17101659017154035233noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4576633608964469350.post-51194377764129554432017-02-13T08:14:33.503+05:302017-02-13T08:14:33.503+05:30आभार ओमकार जी । स्नेह बनाये रखियेगा ।आभार ओमकार जी । स्नेह बनाये रखियेगा ।मुकेश पाण्डेय चन्दनhttps://www.blogger.com/profile/06937888600381093736noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4576633608964469350.post-87589468720382543032017-02-13T08:13:24.849+05:302017-02-13T08:13:24.849+05:30रूपेश जी , इतनी ऊंचाई न दे कि जमीन पर बैठ न सकूँ ।...रूपेश जी , इतनी ऊंचाई न दे कि जमीन पर बैठ न सकूँ । सब रामराजा की कृपा रही । ये सच है, कि इस महामिलन की यादें इस जन्म में तो नही जाने वाली है ।मुकेश पाण्डेय चन्दनhttps://www.blogger.com/profile/06937888600381093736noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4576633608964469350.post-46753658857108925202017-02-13T08:10:47.858+05:302017-02-13T08:10:47.858+05:30मेरा मर्म को अभी आया ही नही, आपकी कमी भी हमे महसूस...मेरा मर्म को अभी आया ही नही, आपकी कमी भी हमे महसूस हुई थी । जल्द ही कही किसी मोड़ पर मिलेंगे ।<br />आभारमुकेश पाण्डेय चन्दनhttps://www.blogger.com/profile/06937888600381093736noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4576633608964469350.post-72303056938780600102017-02-13T08:09:02.719+05:302017-02-13T08:09:02.719+05:30डॉ साहब ,किसने कहा कि आप अनुपस्थित थे, आज भी आपकी ...डॉ साहब ,किसने कहा कि आप अनुपस्थित थे, आज भी आपकी यादें जेहन में ताजा है । रही बात सफल आयोजन की तो इसके सूत्रधार से लेकर संचालन सब रामराजा की कृपा से हुआ है ।मुकेश पाण्डेय चन्दनhttps://www.blogger.com/profile/06937888600381093736noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4576633608964469350.post-45024282453175177502017-02-13T08:05:54.697+05:302017-02-13T08:05:54.697+05:30आपके समर्पण के आगे नतमस्तक हूँ । आपका आदेश सर माथे...आपके समर्पण के आगे नतमस्तक हूँ । आपका आदेश सर माथे जल्द ही इन यादों को समेटकर एक ही पोस्ट में लिखने का प्रयास करूँगा । <br />जय रामराजा सरकार कीमुकेश पाण्डेय चन्दनhttps://www.blogger.com/profile/06937888600381093736noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4576633608964469350.post-55421478266308181722017-02-12T18:52:50.720+05:302017-02-12T18:52:50.720+05:30बढ़िया पोस्ट. सुन्दर चित्र. बढ़िया पोस्ट. सुन्दर चित्र. Onkarhttps://www.blogger.com/profile/15549012098621516316noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4576633608964469350.post-64134612674840311002017-02-12T15:20:59.732+05:302017-02-12T15:20:59.732+05:30चंदन जी ,आपकी लेखनी पर टिप्पणी करना सूर्य को दीपक ...चंदन जी ,आपकी लेखनी पर टिप्पणी करना सूर्य को दीपक दिखाने जैसा है।एक एक पल को जिस अंदाज में आपने बयाँ किया है उसका क्या कहना।अभी मन में बस एक ही बात आ रही है जो मेरे लिए बाकि वाक्यों की तरह अमर है दिल से..."यूँ ही तो कोई चंदन नहीं बन जाता।"आपने उन पलों को पुनः जीवंत कर दिया।ये मिलन और आपके द्वारा किया गया आयोजन इतिहास में ना सही हमारे दिल में हमेशा के लिए बस गया है।ओरछा जो मेरे लिए कोई अंजान सी जगह थी कभी। आपके कारण और श्री राम राजा के आशीर्वाद से बहुत महत्वपूर्ण और अपनी बन गयी।ओरछा की यादें ताउम्र के लिए इस जहन में बस गयीं।जय श्री राम।Roopesh Kumar sharmahttps://www.blogger.com/profile/07481613191021691025noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4576633608964469350.post-30048779297143035782017-02-12T12:04:38.928+05:302017-02-12T12:04:38.928+05:30बहुत ही मर्मस्पर्शी कथा लिखे है ।हम पाठको को महसूस...बहुत ही मर्मस्पर्शी कथा लिखे है ।हम पाठको को महसूस हो रहा है कि हम भी ओरछा के उन अभारण्य और एतिहासिक महलो मे घूम रहे है । पल पल रोम रोम को स्पर्श करता हुआ लेख ।Kapil Choudharyhttps://www.blogger.com/profile/08101533689102937817noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4576633608964469350.post-23997759690742660172017-02-12T11:13:01.009+05:302017-02-12T11:13:01.009+05:30सदैव की भांति शानदार लेखन 'चन्दन' जी..अमर ...सदैव की भांति शानदार लेखन 'चन्दन' जी..अमर कर दिया आपने इस मिलन समारोह को ब्लॉग का रूप देकर, आपके बिना असंभव था ये सफल आयोजन, आपको कोटि कोटि साधुवाद.....मेरा दुर्भाग्य के मैं पचमढिया के गेट के बस आधा km अंदर जाकर ही वापस आ गया और सारे आयोजन का हिस्सा ना बन सका....पर मेरे वहां उपस्थित ना होने के बाद भी आपने मुझे वहां पाया ये आपका स्नेह है मेरे लिए ...डॉo प्रदीप त्यागीhttps://www.blogger.com/profile/02090071653471529195noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4576633608964469350.post-12225923751060328242017-02-12T09:36:14.099+05:302017-02-12T09:36:14.099+05:30ओरछा महामिलन की गाथा कभी शेष नहीं हो सकती ,हां एक ...ओरछा महामिलन की गाथा कभी शेष नहीं हो सकती ,हां एक अल्पविराम लग सकता है । <br />आज इस पोस्ट को पढ़कर फिर से इस हसीन और यादगार लम्हे में खो गया । आप सभी मित्रो से गले मिलना ही अपने आप में अद्भुत अनुभूति थी । इतने शानदार स्वागत के लिए सबका धन्यवाद ।<br /> एक ओरछा की संछिप्त गाथा या सारांश का इंतजार रहेगा ।<br />मिलेगे फिर से घुमक्कडी दिल से <br />राजा राम जो जयAnonymoushttps://www.blogger.com/profile/15962413995459735754noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4576633608964469350.post-89489268612714707852017-02-12T07:50:58.668+05:302017-02-12T07:50:58.668+05:30भालसे जी, जितना दुःख आपको पढ़ते समय उससे ज्यादा मु...भालसे जी, जितना दुःख आपको पढ़ते समय उससे ज्यादा मुझे लिखते समय हुआ । इसलिए इस पोस्ट को लिखने में ज्यादा समय लगा । खैर हम बिछड़े भी है, फिर मिलने के लिए मुकेश पाण्डेय चन्दनhttps://www.blogger.com/profile/06937888600381093736noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4576633608964469350.post-8542585222088327752017-02-12T07:47:27.221+05:302017-02-12T07:47:27.221+05:30आभार सहगल साहबआभार सहगल साहबमुकेश पाण्डेय चन्दनhttps://www.blogger.com/profile/06937888600381093736noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4576633608964469350.post-16783539869027613222017-02-12T07:46:29.143+05:302017-02-12T07:46:29.143+05:30रीतेश जी , अभी आपने कुछ कहा ही कहाँ ? आपके ब्लॉग प...रीतेश जी , अभी आपने कुछ कहा ही कहाँ ? आपके ब्लॉग पर आपके कुछ कहने का इंतजार है ।<br />शुक्रियामुकेश पाण्डेय चन्दनhttps://www.blogger.com/profile/06937888600381093736noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4576633608964469350.post-43567600016817631342017-02-12T07:44:36.581+05:302017-02-12T07:44:36.581+05:30आभार मित्र आभार मित्र मुकेश पाण्डेय चन्दनhttps://www.blogger.com/profile/06937888600381093736noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4576633608964469350.post-20173249624692954602017-02-12T07:43:47.833+05:302017-02-12T07:43:47.833+05:30ये श्रृंखला भी विशेषतः उन्ही लोगों के लिए लिखी गयी...ये श्रृंखला भी विशेषतः उन्ही लोगों के लिए लिखी गयी, जो इसमें शामिल न हो पाए ।आभार प्रतीक भाईमुकेश पाण्डेय चन्दनhttps://www.blogger.com/profile/06937888600381093736noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4576633608964469350.post-4341073462180253812017-02-12T07:24:56.580+05:302017-02-12T07:24:56.580+05:30हर बार की तरह शानदार लेख, बड़ा मज़ा आया पढ़कर लेकिन द...हर बार की तरह शानदार लेख, बड़ा मज़ा आया पढ़कर लेकिन दुःख इस बात का है की ये आखिरी किश्त है. बहुत रोमांचित किया इस श्रंखला ने. आपका बहुत बहुत धन्यवाद. आपने अपने ब्लॉग के जरिये ओरछा की स्मृतियों को अमर कर दिया है. जब कभी भी इस महा मिलन की याद आएगी आपके इस ब्लॉग को खोलकर बैठ जाएंगे. <br /><br />अब चूँकि ये आखिरी किश्त है तो ये जानना चाहता हूं की अगला मिलन कब और कहाँ होगा. साल में एक बार हम सब मिलते रहें तो बड़ा मज़ा आएगा. <br /><br />धन्यवाद, आपका स्नेही.<br />मुकेश Mukesh Bhalsehttps://www.blogger.com/profile/01667464799709628702noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4576633608964469350.post-28609560571883922282017-02-11T21:41:12.193+05:302017-02-11T21:41:12.193+05:30बढ़िया पोस्ट पांडेय जी ।यादें ताजा कर दी ।बढ़िया पोस्ट पांडेय जी ।यादें ताजा कर दी ।Naresh Sehgalhttps://www.blogger.com/profile/14844432804042288003noreply@blogger.com