tag:blogger.com,1999:blog-4576633608964469350.post2182615512879552914..comments2024-03-20T21:50:33.756+05:30Comments on चंदन की महक: आज पर्यावरण दिवस पे फिर से कुछ ढोंग किया जाये !मुकेश पाण्डेय चन्दनhttp://www.blogger.com/profile/06937888600381093736noreply@blogger.comBlogger23125tag:blogger.com,1999:blog-4576633608964469350.post-2004138258327828482017-06-05T23:29:37.056+05:302017-06-05T23:29:37.056+05:30गजब पांडेय जी (दरोगा बाबू)गजब पांडेय जी (दरोगा बाबू)अनिल दीक्षितhttps://www.blogger.com/profile/00010528560956491312noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4576633608964469350.post-2016826449950176902017-06-05T16:00:40.954+05:302017-06-05T16:00:40.954+05:30सार्थक एवं सटीक प्रस्तुति ...सार्थक एवं सटीक प्रस्तुति ...Abhyanand Sinhahttps://www.blogger.com/profile/01204471317454601074noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4576633608964469350.post-3738236930076152732016-06-05T12:29:21.860+05:302016-06-05T12:29:21.860+05:30सही बात है,पता नहीं रोज कितने पेड़ काट कर आज पर्याव...सही बात है,पता नहीं रोज कितने पेड़ काट कर आज पर्यावरण दिवस मना रहे है Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/15962413995459735754noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4576633608964469350.post-50244484913101998262016-06-05T12:28:42.367+05:302016-06-05T12:28:42.367+05:30सही बात है,पता नहीं रोज कितने पेड़ काट कर आज पर्याव...सही बात है,पता नहीं रोज कितने पेड़ काट कर आज पर्यावरण दिवस मना रहे है Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/15962413995459735754noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4576633608964469350.post-42336618789905696662016-06-05T10:52:07.947+05:302016-06-05T10:52:07.947+05:30पांडेय जी इसे whatsapp ग्रुप पर पोस्ट कर रहा हूँ।ग...पांडेय जी इसे whatsapp ग्रुप पर पोस्ट कर रहा हूँ।गुस्सा मत होना😊😊😊<br />अनिल दीक्षितhttps://www.blogger.com/profile/00010528560956491312noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4576633608964469350.post-14058535325594670382016-06-05T10:38:54.371+05:302016-06-05T10:38:54.371+05:30वाह पाण्डेय जी। सत्य वचन।वाह पाण्डेय जी। सत्य वचन।रमता जोगीhttps://www.blogger.com/profile/16106000791426439119noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4576633608964469350.post-30808150803258388722012-06-06T22:13:53.375+05:302012-06-06T22:13:53.375+05:30सादर धन्यवाद !सादर धन्यवाद !मुकेश पाण्डेय चन्दनhttps://www.blogger.com/profile/06937888600381093736noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4576633608964469350.post-79409816420283534812012-06-06T22:10:30.621+05:302012-06-06T22:10:30.621+05:30सादर धन्यवाद !सादर धन्यवाद !मुकेश पाण्डेय चन्दनhttps://www.blogger.com/profile/06937888600381093736noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4576633608964469350.post-42798187066525841382012-06-06T22:08:28.481+05:302012-06-06T22:08:28.481+05:30सादर धन्यवाद !सादर धन्यवाद !मुकेश पाण्डेय चन्दनhttps://www.blogger.com/profile/06937888600381093736noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4576633608964469350.post-72397008813989004802012-06-06T22:06:47.676+05:302012-06-06T22:06:47.676+05:30शुक्रिया चतुर्वेदी जी , लेकिन गंभीर समस्या पर गंभी...शुक्रिया चतुर्वेदी जी , लेकिन गंभीर समस्या पर गंभीरता की आवश्यकता हैमुकेश पाण्डेय चन्दनhttps://www.blogger.com/profile/06937888600381093736noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4576633608964469350.post-35692236885173970652012-06-06T22:04:19.103+05:302012-06-06T22:04:19.103+05:30संजय जी , सार्थक तभी सार्थक हो सकता है , जब उसका ...संजय जी , सार्थक तभी सार्थक हो सकता है , जब उसका समाज पर कोई असर पड़े या परिणाम मिले . पर हम-आप मिल कर इस विषय पर सार्थक शुरआत कर ही सकते हैमुकेश पाण्डेय चन्दनhttps://www.blogger.com/profile/06937888600381093736noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4576633608964469350.post-56199036974747851992012-06-06T15:14:02.901+05:302012-06-06T15:14:02.901+05:30सही कह रहे हैं आप आजकल इंसान और जानवर में वाकई कोई...सही कह रहे हैं आप आजकल इंसान और जानवर में वाकई कोई खास फर्क नहीं रह गया है सार्थक एवं सटीक प्रस्तुति ....समय मिले आपको तो आयेगा मेरी पोस्ट पर आपका स्वागत है।Pallavi saxenahttps://www.blogger.com/profile/10807975062526815633noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4576633608964469350.post-87152016547068878062012-06-05T21:56:21.444+05:302012-06-05T21:56:21.444+05:30shukriya anu ji !shukriya anu ji !मुकेश पाण्डेय चन्दनhttps://www.blogger.com/profile/06937888600381093736noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4576633608964469350.post-79538425537280244922012-06-05T21:47:34.985+05:302012-06-05T21:47:34.985+05:30शिवम् जी शुक्रिया , मगर सूरत बदलनी होगी , क्योंकि...शिवम् जी शुक्रिया , मगर सूरत बदलनी होगी , क्योंकि जीवन ही खतरे में पड़ जायेगामुकेश पाण्डेय चन्दनhttps://www.blogger.com/profile/06937888600381093736noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4576633608964469350.post-3019301041680093302012-06-05T21:45:04.294+05:302012-06-05T21:45:04.294+05:30मनोज जी , अगर ढोंग करने से कोई हल निकलता हो , तो क...मनोज जी , अगर ढोंग करने से कोई हल निकलता हो , तो कोई समस्या नही है . मगर रिओ , क्योटो , कोपेनहेगन , बाली और न जाने कितने सम्मलेन और आयोग के बाद भी ढाक के तीन पात ! हमारे देश में तो ये समस्या और भी गंभीर है. इसके लिए जनता के साथ साथ सरकार को भी जागना होगा !मुकेश पाण्डेय चन्दनhttps://www.blogger.com/profile/06937888600381093736noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4576633608964469350.post-40834093057466600102012-06-05T21:15:25.835+05:302012-06-05T21:15:25.835+05:30कुछ तो किया जाए ... ढोंग ही सही। औद्योगिक विकास क...कुछ तो किया जाए ... ढोंग ही सही। औद्योगिक विकास के कारण पृथ्वी के जीवन पर दबाव पड़ रहा है। जीवन खतरे में पड़ गया है। सौर प्रणाली में ढ़ेर सारे भौतिक और रासायनिक बदलाव आ रहे हैं। जीवनोपयोगी प्रणालियों में भी परिवर्तन आ रहा है। जीवन की न सिर्फ़ गुणवत्ता नष्ट हो रही है बल्कि जीवन की क्षमता भी प्रभावित हो रही है। जीव-जंतु विलुप्त हो रहे हैं। फसलों की पैदावार घट रही है। जल-संकट गहराता जा रहा है। आज पृथ्वी की पर्यावरण चिन्ता सर्वाधिक महत्वपूर्ण सरोकार और गंभीर चिंता का विषय है क्योंकि आज हम खुद को बचाने के उपाय ढ़ूंढ़ रहे हैं।मनोज कुमारhttps://www.blogger.com/profile/08566976083330111264noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4576633608964469350.post-84572682628260052582012-06-05T19:11:29.300+05:302012-06-05T19:11:29.300+05:30आइडिया बढ़िया है ... ढोंग ही होता है ... और होता ही...आइडिया बढ़िया है ... ढोंग ही होता है ... और होता ही क्या है !<br /><br /><a href="http://bulletinofblog.blogspot.in/2012/06/blog-post_05.html" rel="nofollow">इस पोस्ट के लिए आपका बहुत बहुत आभार - आपकी पोस्ट को शामिल किया गया है 'ब्लॉग बुलेटिन' पर - पधारें - और डालें एक नज़र - दुनिया मे रहना है तो ध्यान धरो प्यारे ... ब्लॉग बुलेटिन </a>शिवम् मिश्राhttps://www.blogger.com/profile/07241309587790633372noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4576633608964469350.post-53687432971389111502012-06-05T18:18:32.994+05:302012-06-05T18:18:32.994+05:30पर्यावरण पर सुंदर सार्थक अभिव्यक्ति ,,,,,बहुत सुन...पर्यावरण पर सुंदर सार्थक अभिव्यक्ति ,,,,,बहुत सुन्दर...Maheshwari kanerihttps://www.blogger.com/profile/07497968987033633340noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4576633608964469350.post-47230173693710209432012-06-05T15:58:06.694+05:302012-06-05T15:58:06.694+05:30पर्यावरण पर मन मोहक सुंदर सार्थक अभिव्यक्ति ,,,,,
...पर्यावरण पर मन मोहक सुंदर सार्थक अभिव्यक्ति ,,,,,<br /><br />MY RESENT POST,,,,,<a href="http://dheerendra11.blogspot.in/2012/06/blog-post.html" rel="nofollow">काव्यान्जलि ...: स्वागत गीत,,,,,</a>धीरेन्द्र सिंह भदौरिया https://www.blogger.com/profile/09047336871751054497noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4576633608964469350.post-55244196217763220912012-06-05T15:55:50.101+05:302012-06-05T15:55:50.101+05:30गंभीर समस्या पर सामयिक सटीक सार्थक लेखन...बहुत बहु...गंभीर समस्या पर सामयिक सटीक सार्थक लेखन...बहुत बहुत बधाई...प्रसन्नवदन चतुर्वेदी 'अनघ' https://www.blogger.com/profile/03784076664306549913noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4576633608964469350.post-40616269753605364622012-06-05T10:09:24.816+05:302012-06-05T10:09:24.816+05:30पर्यावरण पर .... आपका चिंतन और साहित्य सार्थक है.....पर्यावरण पर .... आपका चिंतन और साहित्य सार्थक है...बहुत ख़ूब सर जीसंजय भास्कर https://www.blogger.com/profile/08195795661130888170noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4576633608964469350.post-12181237591414932252012-06-05T10:02:29.347+05:302012-06-05T10:02:29.347+05:30कुछ तो फोटो खिच जाये
आज पर्यावरण दिवस पे फिर से क...कुछ तो फोटो खिच जाये<br />आज पर्यावरण दिवस पे फिर से कुछ ढोंग किया जाये<br />....आपकी यह पर्यावरण के प्रति उद्दात भावनाओं को प्रकट करती है। ....बेहतरीन प्रस्तुति।संजय भास्कर https://www.blogger.com/profile/08195795661130888170noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4576633608964469350.post-49241168609066015142012-06-05T09:54:56.237+05:302012-06-05T09:54:56.237+05:30आपने तो बेनकाब कर दिया..................
सार्थक ल...आपने तो बेनकाब कर दिया..................<br /><br />सार्थक लेखन मुकेश जी<br />सादरANULATA RAJ NAIRhttps://www.blogger.com/profile/02386833556494189702noreply@blogger.com