tag:blogger.com,1999:blog-4576633608964469350.post8259734311365390910..comments2024-03-20T21:50:33.756+05:30Comments on चंदन की महक: भैंस चालीसामुकेश पाण्डेय चन्दनhttp://www.blogger.com/profile/06937888600381093736noreply@blogger.comBlogger4125tag:blogger.com,1999:blog-4576633608964469350.post-23450895998826001472009-10-21T00:44:17.596+05:302009-10-21T00:44:17.596+05:30मुकेश जी,
आपकी ईमानदारी को मै प्रणाम करता हूँ|
आज ...मुकेश जी,<br />आपकी ईमानदारी को मै प्रणाम करता हूँ|<br />आज से लगभग पाँच साल पहले,जिस दिन मुझे इस रचना के लिये महामूर्ख पुरस्कार से सम्मानित किया गया था,उसके अगले दिन कई समाचारपत्रों ने इस रचना की ही कुछ पंक्तियों को इस समाचार की हेडिंग मे दिया था| ये रचना आप तक अधूरी पहुँची है, पूरी रचना "हँसते रह जाओगे" पुस्तक मे मिलेगी, जो कि मेरे समेत कई हास्य कवियों का एक संकलन है|<br />`दुष्यन्त कुमार चतुर्वेदी`Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4576633608964469350.post-65204241158405610112009-09-11T21:13:07.692+05:302009-09-11T21:13:07.692+05:30जिसकी भी रचना हो..बहुत इत्मिनान से रची है. मस्त!!जिसकी भी रचना हो..बहुत इत्मिनान से रची है. मस्त!!Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4576633608964469350.post-90599301878215295842009-09-11T18:42:33.467+05:302009-09-11T18:42:33.467+05:30इस रचना को पढ़कर ये समझा जा सकता है कि कुछ लोग कित...इस रचना को पढ़कर ये समझा जा सकता है कि कुछ लोग कितने रचनात्मक और फ़ुरसतिया होते हैं...Diptihttps://www.blogger.com/profile/18360887128584911771noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4576633608964469350.post-18354023517508366482009-09-11T17:21:58.179+05:302009-09-11T17:21:58.179+05:30मज़ेदारमज़ेदारVinashaay sharmahttps://www.blogger.com/profile/14896278759769158828noreply@blogger.com