सोमवार, 25 जुलाई 2022

पन्ना का संक्षिप्त परिचय (भाग - 1 )

नमस्कार मित्रो ,

आप सभी ने फेसबुक पर मेरे माध्यम से पन्ना का नाम तो खूब सुना और देखा है।  फेसबुक पर अपने 56 हजार सदस्यों वाले समूह " घुमक्कड़ी दिल से " का आगामी सम्मिलन भी 6 से 8 नवम्बर 2022 तक पन्ना में ही प्रस्तावित है।  फेसबुक पर भी बहुत सारे लोगों ने भी पन्ना के बारे में सवाल पूछे है।  तो आपने ब्लॉग की इस पोस्ट के माध्यम से पन्ना शहर और जिले का एक छोटा सा परिचय देने का प्रयास रहेगा।  

पन्ना की भौगोलिक स्थिति :- 


(नोट - नक्शा सिर्फ समझने के लिए है , यह किसी माप या स्केल पर नहीं है।  )



पन्ना ( 👈 पन्ना शब्द पर क्लिक करके आप गूगल मैप पर पन्ना की लोकेशन देख सकते है।  )

पन्ना जिला मध्य प्रदेश में उत्तरी सीमा पर उत्तर प्रदेश के बाँदा जनपद  से लगा हुआ है।

  मध्य प्रदेश के अन्य जिले पूर्व में सतना जिला (दूरी - लगभग 70 किमी , मुंबई - हावड़ा रेलवे लाइन का महत्वपूर्ण जंक्शन ), 

दक्षिण - पूर्व में कटनी जिला ( यह भी एक महत्वपूर्व रेलवे जंक्शन है , इसमें बिलासपुर और कोटा रेल लाइन भी जुड़ती है। )

 दक्षिण में दमोह जिला ( यह कटनी-बीना रेलखंड का एक स्टेशन है ) 

पश्चिम दिशा में छतरपुर जिला ( ललितपुर - खजुराहो रेलखंड का स्टेशन है। ) पन्ना से नजदीकी हवाई अड्डा खजुराहो (42 किमी ) है।  इसके अलावा लगभग 200 किमी में जबलपुर, प्रयागराज ,कानपुर और झाँसी जैसे बड़े शहर है।  

पन्ना में देखने लायक क्या है ? 

सबसे महत्वपूर्ण सवाल यही है।  आखिरकार क्यों कोई पन्ना आना चाहेगा ? 

वैसे तो पन्ना का नाम दुनिया में हीरे के उत्पादन के लिए जाना जाता है।  जी हाँ, असली के प्राकृतिक हीरे ! पन्ना में सबसे अच्छी किस्म का हीरा मिलता है , जिससे आभूषण बनाये जाते है।  दुनिया में बाकी जगह हीरे बहुत गहरी खदानों से हीरा निकाला जाता है , जबकि पन्ना में हीरा गहरी खदान के अलावा उथली खदान से भी हीरा निकाला  जाता है।  उथली भी मात्र 3 - 4 फुट ही ! और मजे की बात , भारत का कोई भी नागरिक मात्र 250 रूपये का लायसेंस लेकर हीरा की खदान खोद सकता है।  खैर हीरा किस्मत से ही मिलता है, वरना सस्ता न हो गया होता।  पन्ना में भारत सरकार के उपक्रम राष्ट्रीय खनिज विकास निगम (एन एम डी सी ) की गहरी खदान भी है।  

हीरे की गहरी खदान 

हीरे के बाद पन्ना देश में पन्ना टाइगर रिजर्व के कारण प्रसिद्द है।  पन्ना टाइगर रिजर्व में लगभग 75 बाघ है , और बाघ का दिखना यहाँ बड़ा आसान है।  मुझे तो 15  बार की सफारी में हर बार टाइगर दिखा है।  400 के लगभग तेंदुए है। वैसे मध्य प्रदेश को टाइगर स्टेट के बाद अब लेपर्ड स्टेट का भी दर्जा मिल गया है। इसका मतलब ये है की  मध्य प्रदेश में भारत के सबसे ज्यादा बाघ और तेंदुए है।  

पन्ना में एक नहीं दो-दो टाइगर दिख जाते है।  

पन्ना की शेरनी की दहाड़ 


 पन्ना में दुर्लभ हो चुके गिद्धों की सात प्रजातियाँ पाई जाती है।  हाल ही में हुई जिओ टैगिंग में पता चला कि पन्ना के गिद्ध माउंट एवरेस्ट पार कर चीन का भी चक्कर लगा आये।  पन्ना में भालू ,चीतल ,सांभर , नीलगाय आदि बहुत आसानी से दिखते है।  पन्ना का जंगल भी विविधता भरा और बहुत ही खूबसूरत है।  केन नदी पन्ना टाइगर रिजर्व के बीचो बीच प्रवाहित होते हुए प्राकृतिक दृश्यों को और खूबसूरत बनाती है।  अगर बदकिस्मती से आपको टाइगर न भी दिखे तो जंगल ही इतना खूबसूरत है, कि आप अफ़सोस नहीं करेंगे।  सैकड़ों देशी-प्रवासी  मनमोहक पक्षी दिल लुभाने में कोई कसर नहीं छोड़ते है। 

ये खूबसूरत चीतल कितने आकर्षक है।  

 

पांडव जलप्रपात और पांडव गुफायें  :- 

पन्ना टाइगर रिजर्व के कोर एरिया में ही पांडव जलप्रपात के साथ ही पांडव गुफाएं स्थित है।  ऐसी मान्यता है, कि पांडवों ने अपने अज्ञातवास के कुछ दिन यही बितायेँ थे। चंद्र शेखर आजाद जी ने भी कुछ काल यही बिताया।  

पांडव जलप्रपात 
अब जंगल जंगल बात चली है , पता चला है ....
जंगल के चक्कर में शहर के बारे में तो बताना भूल ही गए।  क्या करे जंगल प्रेमी जो ठहरे।  खैर अब पन्ना शहर के बारे में संक्षिप्त (विस्तार से तो मिलने पर बताएँगे )  जानकारी लेते है।  
पन्ना प्राचीन शहर है , यहाँ आसपास हजारो साल पहले के आदि मानवों के बनाये हुए शैल चित्र बहुत सारी  जगहों पर मिल जायेंगे।  (अफ़सोस इनके संरक्षण पर किसी का ध्यान नहीं है ) पन्ना शहर में गौड़ शासको का शासन रहा है, आज भी पन्ना में गौंड़ों की कुलदेवी पद्मावती (बड़ी देवी ) का मंदिर पुराना पन्ना में स्थित है।  पद्मावती देवी के नाम पर ही पन्ना का प्राचीन नाम पदमावती पुरी था।  जो पदमा से परना हुआ और परना से पन्ना हो गया।  
मुग़ल बादशाह औरंगजेब के समय बुंदेलखंड के प्रसिद्द शासक महाराजा छत्रसाल ने पन्ना को अपनी राजधानी बनाया।  अकेले छत्रसाल महाराज ने मुग़लों को नाको चने चबा दिए थे।  इनकी एक पुत्री मस्तानी (बाजीराव वाली थी ) छत्रसाल के गुरु महामति प्राणनाथ (प्रणामी संप्रदाय के गुरु ) की समाधी बहुत ही भव्य स्वरुप में पन्ना में बनी हुई है।  प्रतिवर्ष शरद पूर्णिमा पर देश-विदेश से लाखो प्रणामी अनुयायी आते है।  
प्राण नाथ मंदिर पन्ना 

पन्ना शहर में बुंदेला शासकों द्वारा कई भव्य और खूबसूरत मंदिर बनवाये गए है।  पोस्ट ज्यादा लम्बी न हो जाये इसलिए इन मंदिरों के बारे में संक्षिप्त जानकारी ही दूंगा।  

जुगल किशोर जी का मंदिर - 

पन्ना का मुख्य मंदिर जुगल किशोर जी का मंदिर है।  इस मंदिर के गर्भगृह में भगवान् श्रीकृष्ण और राधा जी की प्रतिमा है।  कहा जाता है , कि किशोर जी की मुरली में हिरे जेड हुए है।  यह मूर्ति  ओरछा होते हुए पन्ना आई थी।  (इसकी कहानी फिर कभी )

जुगल किशोर जी मंदिर पन्ना 

बलदेव जी मंदिर : - 

दुनिया में बलराम जी के मंदिर बहुत कम है।  पन्ना में स्थित बलदेव जी का मंदिर न केवल भव्य है, बल्कि स्थापत्य की दृष्टि से बिलकुल अनूठा है।  यह मंदिर बाहर से देखने पर किसी चर्च की तरह दिखता है।  गर्भगृह में शालिग्राम पत्थर की एक ही चट्टान से निर्मित बलराम जी की आदमकद  प्रतिमा है।  

अनूठे स्थापत्य वाला बलदेव जी मंदिर 

जगन्नाथ मंदिर पन्ना : - 

जिस तरह जगन्नाथ पूरी में प्रतिवर्ष भगवन जगन्नाथ की रथ यात्रा निकलती है , उसी तरह पन्ना में भी रथ यात्रा सैकड़ों साल से निकल रही है।  इस यात्रा का आरम्भ जगन्नाथ मंदिर से होता है।  इस मंदिर में भी पूरी के जगन्नाथ मंदिर की तरह काष्ठ प्रतिमाएं विराजमान है।  



जगन्नाथ मंदिर पन्ना 



रामजानकी मंदिर :- 
पन्ना की महारानी द्वारा बनवाया गया यह मंदिर भी बुंदेली स्थापत्य का शानदार उदहारण है।  इस मंदिर की अंदर की दीवारों पर पूरी रामचरित मानस लिखी हुई है।  
रामजानकी मंदिर पन्ना 

इस पोस्ट में इतना ही।  अगली पोस्ट में पन्ना के आसपास  के झरने , मंदिर और भी आकर्षक स्थलों के बारे में जानकारी देने का प्रयास होगा।  आप के प्रश्न और सुझावों का भी स्वागत है, ताकि अगली पोस्ट में सुधर कर सकूँ। तब तक के लिए नमस्कार 

9 टिप्‍पणियां:

  1. Excellent Information.
    Any one can get tempted to visit Panna 🙏

    जवाब देंहटाएं
  2. पन्ना के बारे में जान कर अच्छा लगा ।

    जवाब देंहटाएं
  3. आप नेकाफी अच्छी जानकारी दी, धन्यवाद

    जवाब देंहटाएं
  4. इतने पास होकर भी पन्ना को जानने समझने की सुध क्यों नहीं आई ? विचारणीय हैं। पर आपके माध्यम से पन्ना की महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त कर अभिभूत हुआ। शानदार आलेख

    जवाब देंहटाएं
  5. पन्ना में जंगल में बना ताज ग्रुप का पाषाण होटल पन्ना की अनौखी शान है। पेडों पल टी होटल भी प्रसिद्ध है।

    जवाब देंहटाएं

ab apki baari hai, kuchh kahne ki ...

orchha gatha

बेतवा की जुबानी : ओरछा की कहानी (भाग-1)

एक रात को मैं मध्य प्रदेश की गंगा कही जाने वाली पावन नदी बेतवा के तट पर ग्रेनाइट की चट्टानों पर बैठा हुआ. बेतवा की लहरों के एक तरफ महान ब...