सोमवार, 27 अप्रैल 2009

अथ श्री जूता पुराण

नाम्सस्कार दोस्तों,
पंडित श्री १००८ मुकेश पांडे जी महराज के श्री मुख से जूता पुराण वाचन आरम्भ होता है।
मतदाता आचार्य श्री चुनाव चिन्तक महराज से पूछते है - महराज ये जूते में ऐसी कौन सी अद्भुत शक्ति है जो इसे इस घोर कलयुग में भी इतना लोकप्रिय बना रही है? इसकी लोकप्रियता तोह बड़े बड़े नेताओ को भी पीछे छोड़ रही है ।
महराज- वत्स ! इस जूते को तुम मामूली मत समझो ये बड़ा ही करामाती है !
मतदाता - वो कैसे ?
महराज- इसकी बहुत पुराणी कथा है प्रिये लोकतंत्र के प्यादे ! ये जूता प्राचीन काल में चरण पादुका कहलाता था । इसी के सहारे अयोध्या के रजा दशरथ के पुत्र भरत ने चौदह वर्ष काटे।
मतदाता- समझा नही प्रभु ?
महराज - भोले भले भारत के शोषित मतदाता, अरे अपने बड़े भाई राम के वन्बस जाने के बाद भरत ने राम की चरण पादुकाओ को राजसिंहासन पर रख कर उनकी पूजा की। और आज इन्ही पादुकाओ से राजनेताओ की पूजा की जा रही है।
मतदाता- प्रभु ! वर्तमान में जूते की गाथा सुनाये ।
महराज - सबसे बड़े लोकतंत्र के सबसे बड़े दयनीय प्राणी ! ये जूता बड़ा ही तेज अस्त्र- शास्त्र है।
मतदाता - महराज ! ये अस्त्र शास्त्र क्या होता है , जरा विस्तारित करे ।
महराज - देखो मूढ़मति मतदाता ! अस्त्र - वो हथियार जिसे फेक कर मारा जाए । और शास्त्र वो हथियार जिसका उपयोग हाथ में लेकर किया जाए ।
मतदाता- यानि महराज ये जूता का तो दोनों तरह से इस्तेमाल किया जा सकता ही।
महराज- बिल्कुल सही कहा मेरे मंदबुद्धि मतदाता ! मगर इस आम चुनाव में इसका सिर्फ़ शास्त्र की तरह ही उपयोग हो पाया है ।
आगे आधुनिक कल की कथा सुने: - आधुनिक काल में इसका सर्वप्रथम उपयोग इराक के पत्रकार जैदी ने अमेरिका के राष्ट्रपति बुश पर किय, फ़िर ब्रिटेन में वह के लोगो ने चीन के प्र० म० इस महा प्रभावी हथियार का प्रयोग किया। भरत में इस का प्रथम प्रोयोग एक पत्रकार ने ही किया। जनरैल सिंह ने ग्र्सः मंत्री चिदम्वरम पे अपना जूता फेका, फ़िर इसके बाद इसके शिकार बने लोगो में नवीन जिंदल , लाल कृष्ण अडवानी , अभिनेता जीतेन्द्र, प्र० म० मनमोहन सिंह आदि आदि
वत्स ये परम्परा बहुत ही घटक है । इसका प्रयोग लोकतंत्र के साथ साथ सभी समाज के लिए भी घातक है । इश्वर हमारे कुकर्मी नेताओ को सद्बुधी दे ताकि उन्हें जूते न मिले।
आईटीआई श्री जूता पुराण समाप्त ..

2 टिप्‍पणियां:

  1. पांडे जी नमस्कार
    बहुत अच्छा लिखते हैं
    कृप्या अस्त्र-शास्त्र को अस्त्र-शस्त्र कर लें और हो सके तो word verification हटा दें

    जवाब देंहटाएं

ab apki baari hai, kuchh kahne ki ...

orchha gatha

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