मित्रो ,
सावन ने दस्तक ने दस्तक दे दी है , मगर मन है कि मानने को तैयार ही नही है ! अरे सावन ऐसे आता है ? इस बार के सावन को देख कर लग रहा है, इन्द्र के यहाँ भी यूपीए कि सरकार बन गयी है. लगता है सावन भी घोटाले का शिकार हो गया है . अब प्रणब दा सरकार में रहे नही वरना आंकड़े पेश करते और बताते आया सावन झूम के ! सचमुच किसानो की आँखों से आंसू टपकने लगे .......फसलें सूखने की कगार पर आ गयी है , तो दूसरी और असम में ब्रम्हपुत्र की बाढ़ से हजारो लोग त्राहि-त्राहि कर रहे है
कभी बाढ़ तो कभी सूखा
भारत भूखा का भूखा !
सावन का नाम सुनते ही बचपन की याद आने लगती है , बचपन में सिर्फ सावन के महीने में ही खिलौने बिकते थे (तब चाईनीज खिलौने नही आते थे ). पूरी साल सावन का इन्तजार रहता था . खिलौनों की वैरायटी भी सीमित होती थी .
सावन ने दस्तक ने दस्तक दे दी है , मगर मन है कि मानने को तैयार ही नही है ! अरे सावन ऐसे आता है ? इस बार के सावन को देख कर लग रहा है, इन्द्र के यहाँ भी यूपीए कि सरकार बन गयी है. लगता है सावन भी घोटाले का शिकार हो गया है . अब प्रणब दा सरकार में रहे नही वरना आंकड़े पेश करते और बताते आया सावन झूम के ! सचमुच किसानो की आँखों से आंसू टपकने लगे .......फसलें सूखने की कगार पर आ गयी है , तो दूसरी और असम में ब्रम्हपुत्र की बाढ़ से हजारो लोग त्राहि-त्राहि कर रहे है
कभी बाढ़ तो कभी सूखा
भारत भूखा का भूखा !
सावन का नाम सुनते ही बचपन की याद आने लगती है , बचपन में सिर्फ सावन के महीने में ही खिलौने बिकते थे (तब चाईनीज खिलौने नही आते थे ). पूरी साल सावन का इन्तजार रहता था . खिलौनों की वैरायटी भी सीमित होती थी .
बधाई जो सावन की दस्तक ...
जवाब देंहटाएंबधाई ...
जवाब देंहटाएं:-)
जवाब देंहटाएंभीगिये.....खूब भीगिये...
अनु
सावन को आने दो'
जवाब देंहटाएंसावन ने दस्तक दे दी,पर बारिश का तो पता नही
जवाब देंहटाएंअषाढ़ तो निकल गया, पर हरियाली का पता नही|
MY RECENT POST...:चाय....
अब सावन भादो हो गया है।
जवाब देंहटाएंमनोज जी इसका मतलब और समझा दीजिये
जवाब देंहटाएंउमस से बेहाल हुए जा रहें है ..डर है कहीं इन्द्र तक कोई पहुच गया हो और सावन न बरसने की फिक्सिंग हो गयी हो....देखते हैं कब तक ये राज खुल पाता है ..
जवाब देंहटाएं..बढ़िया प्रस्तुति
बहुत मनमोहक झरना है... अभी पास होता तो हम भी धुड़े चले जाते ......यूँ उमस से बेहाल न होते ..
जवाब देंहटाएंइंतज़ार रोज़ के हिसाब से लंबा होता जा रहा है ...
जवाब देंहटाएंआपके इस खूबसूरत पोस्ट का एक कतरा हमने सहेज लिया है क्रोध की ऊर्जा का रूपांतरण - ब्लॉग बुलेटिन के लिए, पाठक आपकी पोस्टों तक पहुंचें और आप उनकी पोस्टों तक, यही उद्देश्य है हमारा, उम्मीद है आपको निराशा नहीं होगी, टिप्पणी पर क्लिक करें और देखें … धन्यवाद !
.मुझे भी शामिल करने के लिए शुक्रिया....शिवम् जी
हटाएंसावन की दस्तक ...इन्तजार में बैठे थे जी
जवाब देंहटाएंआ गया सावन ...
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