शनिवार, 25 जुलाई 2009

आज भी आधी आबादी संघर्षरत है .

आज सुबह ही पटना (बिहार) पंहुचा । सुबह जब अख़बार देखा तो एक मुख्या ख़बर मुह चिढा रही थी। पटना में पिछले दो दिन में व्यस्तम बाजारों में हुई महिलाओ के साथ की तीन घटनाये सचमुच दिल को झकझोर देने वाली थी । कल पटना के अति व्यस्त बाज़ार एक्सिबिसन रोड में एक युवती को कुछ लोगो ने सरे आम न केवल पीटा ,बल्कि बे-आबरू भी किया । लोग वहन बस तमाशबीन बने देखते रहे। घटनास्थल से गाँधी मैदान थाना मात्र ५०० मीटर की दुरी पर है । पुलिस को भनकतक न लगी काफी देर बाद पुलिस आई । दूसरी ख़बर कदमकुआ क्षेत्र में कुछ महिलाओ ने मात्र एक चोरी के आरोप के चलते एक महिला को सरे आम पीटा बल्कि उसके कपड़े भी फाड़ डाले । यहाँ भी लोग तमाशबीन बने थे । तीसरी घटना थोडी सी अलग है , पटना में ही एक महिला ने अपनी बेटी को छेड़ रहे युवक को न केवल पीटा बल्कि उसको कलर पकड़ कर घसीटते हुए

ये तीनो खबरें दिल को आहात करने वाली है । एक और जहाँ देश में महिलाये नित नये प्रतिमान रच रही है वही इस तरह की घटनाये दिल को आहत करती है । ये ख़बर उसी बिहार की है , जहाँ से भारत की पहली महिला लोक सभा स्पीकर हाल ही में मीरा कुमार जी बनी , बिहार ही भारत का पहला राज्य है जिसने सबसे पहले पंचायती राज में महिलाओ को ५०% आरक्षण दिया।

मित्रो आज भी देश में इस तरह की घटनाये हो रही है , जब देश चाँद को छू रहा है , कब तक ऐसा होता रहेगा ? शायद जब तक हम मूक दर्शक बने रहेंगे !

2 टिप्‍पणियां:

ab apki baari hai, kuchh kahne ki ...

orchha gatha

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