
खेल रहे थे, हिल मिल कर तीन बच्चे
पूंछ रहे थे , किसने देखे सपने अच्छे
मैंने देखा सपना सलोना, लाला का बेटा बोला
सारी दुनिया मैं गुम, बिना बस्ता बिना झोला
ये भी कोई सपना होता है , मेरा सपना है सबसे सुन्दर
मास्टर का हूँ बेटा, पर चला रहा था मैं मोटर
तुम्हारे सपने तो है , पुरे बकवास
सुनो तो मेरा सपना है, कितना ख़ास
भले गरीब का हूँ बेटा, पर सपने में बदली रंगत
खूब पुआ-पूरी खाई, थी पकवानों की सांगत
इतना अच्छा सपना भी मेरे आंसू रोक न पाए
था ये झूठ, क्योंकि भूखे पेट नींद न आये
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ab apki baari hai, kuchh kahne ki ...