विचारों की रेल चल रही .........चन्दन की महक के साथ ,अभिव्यक्ति का सफ़र जारी है . क्या आप मेरे हमसफ़र बनेगे ?
गुरुवार, 23 फ़रवरी 2012
हो खुशियों की बारिश , उस नए आँगन में
हो खुशियों की बारिश, उस नए आँगन में
मनचाहा प्यार मिले, प्रियतम मनभावन में
हर ख्वाहिश पूरी हो, ससुराल में हो इतना सुख
राज करो ऐसे, कि बाबुल को न हो दुःख
योगेश से ऐसा हो योग हो , हो वर्षा का अभिनन्दन
परिणित जीवन ऐसे महके, जैसे हो कोई चन्दन
लाड-प्यार से पली गुडिया, वहां भी मिले प्यार
मायके का चिराग , रोशन करें वहां का घर संसार
हर पल, हर क्षण खुशियाँ हो, न हो दुखो का सामना
उज्जवल हो परिणित जीवन , है यही शुभकामना
मेरी प्यारी मुहबोली बहन वर्षा शर्मा को वैवाहिक जीवन कि हार्दिक शुभकामनाएं
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orchha gatha
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ab apki baari hai, kuchh kahne ki ...